योग के आयाम: निग्रह / भक्ति इंद्रियनिग्रह योग ने सदैव मानव जीवन के कल्याण हेतु मनोनिग्रह एवं इंद्रियनिग्रह की बात की है| निग्रह— अर्थात् — निः—-नियंत्रण
योग के आयाम: शारीरिक एवं अध्यात्मिक पक्ष / प्रेम की अपार शक्ति योग का शारीरिक एवं अध्यात्मिक पक्ष ” प्रसनन्ता उर आनहु सबहीं कहै समझाए षट् रिपु द्वार खड़े हैं प्रभुजी दीजो