धूमिल जयंती (९ नवंम्बर) विशेष: हिंदी कविता के एंग्री यंग मैन सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ को विनम्र श्रद्धांजलि
उन्हें शोषक पर क्षोभ तो था, पर शोषितों द्वारा शोषकों का ही पक्ष लेना भी पीड़ित करता था PRAVASISAMWAD.COM गुस्सा धूमिल की कविताओं का स्थायी भाव है। उन्हें व्यवस्था का छद्म बहुत साफ दिखता था, उन्हें कायरता